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अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

motivation and positive thoughts

ज़िला -डिंडोरी (म.प्र ) मे अगरिया समाज की मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न हुआ ll राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे ll दिनांक -15/04/2022 को

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नेतृत्व मे करंजिया अरुषा धसकन टोला ज़िला डिंडोरी मप्र मे दिनांक -15/04/2022 को अगरिया समाज की मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जहाँ राष्ट्रीय स्तर से संगठन द्वारा नियुक्त नोडल सम्मानीय दादा दिलहरण अगरिया एवं मनराखन अगरिया रहे है ll  मीटिंग प्रारम्भ के पूर्व अगरिया जनजाति के इष्ट देवता लोहासुर की पूजा अर्चना एवं स्तुति की गयी  तथा सभी सम्मानीय नोडल महोदय एवं विशिष्ट अतिथियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया इसके पश्चात नोडल महोदय  श्री दादा दिलहरण अगरिया जी द्वारा संगठन द्वारा प्रदाय एजेंडा का विधिवत विश्लेषण करते हुए संगठन की विचार धाराओं से सभी को अवगत कराये एवं संगठन द्वारा समाज के प्रति चलाये जा रहे मुहीम से सभी को जुड़ने को प्रेरित किये ll तथा बताया गया की सभी को संगठन से जुड़ना है एवं संगठन के उद्देश्य को जन जन तक पहुँचाना है जिससे हमारा समाज एक संगठित समाज हो सके एवं समाज मे व्याप्त कुरीतियों को दूर किया जा सके जिससे समाज एक सशक्त समाज के रूप मे सामने आ सके ll समाज को नशा मुक

ज़िला अनूपपुर मे अगरिया समाज की मीटिंग संपन्न हुआ दिनांक -31/03/2022को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे संगठन अंतर्गत सभी राज्यों के सभी जिलों मे संगठन से प्रदाय एजेंडा अनुसार सामाजिक मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ ll जो सामाजिक जागरूकता लाने एवं संगठन के गतिविधियों एवं विचार धाराओं को सामाजिक उत्थान एवं विकास के लिए किया गया जिससे संगठन द्वारा समाज मे लाये जा रहे जागरूकता से सभी ज्ञात हो सके एवं संगठन की विचारधारा अनुसार सभी जिलों मे सामाजिक जागरूकता आ सके ll इसी उद्देश्य के तहत दिनांक -31/03/2022 को ज़िला अनूपपुर मप्र राज्य का ज़िला जहाँ मीटिंग का आयोजन किया गया ll जहाँ संगठन से नियुक्त नोडल कार्यकर्त्ता अधिकारी श्रीमती लक्ष्मी अगरिया (कोरिया छत्तीसगढ़) एवं श्रीमती सोहरी अगरिया (जशपुर छत्तीसगढ़ )जी रही है ll एवं विशिष्ट अथिति के रूप मे श्री सुबोध कुमार अगरिया, रघुनाथ अगरिया, सुनीता निराला, कवित्री अगरिया, सुनीता जी, एवं कई महिला शक्तियां विशिष्ट अतिथि के रूप मे सरगुजा छत्तीशगढ़ से उपस्थित रही ll कार्यक्रम के प्रारम्भ मे अगरिया समाज की परंपरा अनुसार हथोंड़ा, संसी, घन एवं अपने इष्ट देव लोहासुर की इस्तुत

मोटिवेशन motivation quots

जशपुर छत्तीसगढ़ मे अगरिया समाज की बैठक एवं सामाजिक शपथ ग्रहण संपन्न हुआ ll राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नेतृत्व मे ll

आज दिनांक -11/04/2022 को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे छत्तीसगढ़ का एक ज़िला जशपुर मे क्रिकेट स्टेडियम एवं पुरातत्व संग्राहालय के पास अगरिया समाज के उत्थान एवं विकास पर संगठन द्वारा प्रदाय एजेंडा एवं सामाजिक शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ ll जानकारी अनुसार मार्च 2022 के महीने मे संगठन द्वारा चलाये महाअभियान अंतर्गत संगठन अंतर्गत ऐसे जिले जो संगठन के साथ जुड़ें हुए है सभी जिलों मे मीटिंग का आयोजन होना था और लगभग -99% सभी जिलों मे सम्पन्न भी हुआ लेकिन कुछ 2-4 जिलों के जिलाध्यक्ष लगभग किन्ही कारणों के कारण इस मीटिंग को सम्पन्न नहीं करा पाए थे इस वजह से संगठन द्वारा 20अप्रैल तक का डेट बढ़ाया गया था की ऐसे  जिले जो इस मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम को आयोजित नहीं करा पाए है वो 20अप्रैल तक किसी भी स्थिति मे पूर्ण कराये ll और ये मीटिंग तथा शपथ ग्रहण कार्यक्रम राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के द्वारा अन्य जिलों से नियुक्त नोडल कार्यकर्त्ता अधिकारी की उपस्थिति मे होना था ll उसी के परिप्रेक्ष्य मे आज दिन

ज़िला सिंगरौली (मप्र)मे अगरिया समाज की मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ ll राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के निर्देशानुसार संगठन अंतर्गत सभी जिलों मे मार्च मे माह मे मीटिंग होना था एवं मीटिंग का एजेंडा संगठन से प्रदाय किया गया था एवं शपथ ग्रहण भी जिले मे करवाना था ll इन कार्यक्रमों के लिए संगठन की ओर से नोडल कार्यकर्त्ता अधिकारी सभी जिलों के लिए नियुक्त किये गए थे जो अन्य जिलों से थे ll उसी के तारतम्य में  ज़िला सिंगरौली मप्र का ज़िला जहाँ एजेंडा के तहत मीटिंग का आयोजन दिनाक 27 -03 -2022  हुआ जहाँ संगठन अंतर्गत नियुक्त नोडल अधिकारी श्री सुखलाल अगरिया (सीधी) विजय अगरिया (उमरिया) एवं भोला अगरिया (उमरिया) की उपस्थिति मे  कार्यक्रम हुआ ll जहाँ नोडल कार्यकर्ताओ द्वारा मीटिंग के पूर्व अगरिया जनजाति के इष्ट देवता लोहासुर की पूजा अर्चना आह्वान किये एवं समाज मे संगठन के माध्यम से समाज के विकास के लिए स्तुति किये ll कार्यकर्त्ता श्री सुखलाल अगरिया जी द्वारा संगठन द्वारा प्रदाय एजेंडा का बहुत ही शानदार तरीके से विश्लेषण करके सिंगरौली ज़िला के सामाजिक बंधुओ को समझाये एवं संगठन के विचार धाराओं से अवगत कराये  जहाँ सिंगरौली ज़िला के सभी साम