ज़िला अनूपपुर मे अगरिया समाज की मीटिंग संपन्न हुआ दिनांक -31/03/2022को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

ज़िला अनूपपुर मे अगरिया समाज की मीटिंग संपन्न हुआ दिनांक -31/03/2022को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे संगठन अंतर्गत सभी राज्यों के सभी जिलों मे संगठन से प्रदाय एजेंडा अनुसार सामाजिक मीटिंग एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ ll जो सामाजिक जागरूकता लाने एवं संगठन के गतिविधियों एवं विचार धाराओं को सामाजिक उत्थान एवं विकास के लिए किया गया जिससे संगठन द्वारा समाज मे लाये जा रहे जागरूकता से सभी ज्ञात हो सके एवं संगठन की विचारधारा अनुसार सभी जिलों मे सामाजिक जागरूकता आ सके ll
इसी उद्देश्य के तहत दिनांक -31/03/2022 को ज़िला अनूपपुर मप्र राज्य का ज़िला जहाँ मीटिंग का आयोजन किया गया ll जहाँ संगठन से नियुक्त नोडल कार्यकर्त्ता अधिकारी श्रीमती लक्ष्मी अगरिया (कोरिया छत्तीसगढ़) एवं श्रीमती सोहरी अगरिया (जशपुर छत्तीसगढ़ )जी रही है ll एवं विशिष्ट अथिति के रूप मे श्री सुबोध कुमार अगरिया, रघुनाथ अगरिया, सुनीता निराला, कवित्री अगरिया, सुनीता जी, एवं कई महिला शक्तियां विशिष्ट अतिथि के रूप मे सरगुजा छत्तीशगढ़ से उपस्थित रही ll
कार्यक्रम के प्रारम्भ मे अगरिया समाज की परंपरा अनुसार हथोंड़ा, संसी, घन एवं अपने इष्ट देव लोहासुर की इस्तुति की गयी एवं नोडल अधिकारी एवं सभी बाहर से आये अतिथियों का फूल माला पहना कर स्वागत किया गया ll इसके पश्चात् सभी अतिथियों द्वारा अनूपपुर जिले के सामाजिक उत्थान एवं विकास के सम्बंध मे सभी जिलावासियो को सम्बोधित किया गया ll जैसे -समाज मे नशा कर के ना बैठना,समाज मे किसी कार्यक्रम के दौरान शिक्षा पर लोगो को जागरूक करना, महिलाओ को सशक्त बनाना, बच्चों को स्कूल भेजनें एवं पढ़ने को प्रेरिता करना तथा संगठन के विचार धारा से जुड़कर समाज के उत्थान एवं विकास के लिए सामाजिक कार्य करना आदि पर चर्चा किया गया ll
इसके पश्चात नोडल अधिकारी कार्यकर्त्ता महोदया श्री मति लक्ष्मी अगरिया जी द्वारा संगठन के एजेंडा पर बिंदुवार चर्चा किया गया एवं सभी से एजेंडा का पालन करने हेतु कहा गया ll सभी ने खूब सराहना किया एवं संगठन के एजेंडा अनुसार चलने का निर्णय लिया ll इसके पश्चात् नोडल मैडम सोहरी जी द्वारा संगठन द्वारा प्रदाय शपथ पत्र का वाचन करते हुए सभी अनूपपुर ज़िला वासियो को संगठन की विचार धारा से जुड़कर कार्य करने एवं समाज के विकास के लिए "शपथ ग्रहण" कराये ll सभी ने शपथ ग्रहण किये ll इसके पश्चात सभा का समापन किया गया एवं भोजन ग्रहण कर गृह ग्राम सभी अतिथि एवं ज़िला वासी वापस हुए ll
अनूपपुर ज़िला से उपस्थित कुछ प्रमुख कार्यकर्त्ता जिलाध्यक्ष श्री सूरज अगरिया, दशरथ अगरिया, कलावती अगरिया, माखन अगरिया, भगवान दास अगरिया, शिवराम अगरिया, मुन्ना अगरिया,राजेंद्र अगरिया,पुरषोत्तम अगरिया सहित जिले के सभी ब्लॉक से सामाजिक बंधु उपस्थित रहे ll
अनूपपुर ज़िला मे सुबोध अगरिया जी ने सामाजिक उत्थान एवं विकास पर क्या कहा सुने ll👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇https://youtu.be/lKBqRNwbwlk

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