राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत ज़िला इकाई कोरिया छत्तीसगढ़ ब्लॉक सोनहत की ब्लॉक स्तरीय मीटिंग संपन्न हुआ ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत ज़िला इकाई कोरिया छत्तीसगढ़ ब्लॉक सोनहत की ब्लॉक स्तरीय मीटिंग संपन्न हुआ ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत ज़िला एकाई कोरिया छत्तीसगढ़ की ब्लॉक स्तरीय बैठक सोनहत ब्लॉक की ब्लॉक -सोनहत मे दिनांक -14/06/2022 को आयोजित हुआ जहाँ अगरिया समाज के संगठित करने, राष्ट्रीय संगठन के विचार धाराओं से एवं गतिविधियों मे सम्मिलित होने एवं सभी स्वजातीय बंधुओ को संगठन के साथ जुड़ने एवं अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चर्चाये हुआ ll मीटिंग शाम 5 बजे से दुसरे दिन सुबह 3 बजे तक चला जहाँ सभी स्वजातीय बंधुओ ने अगरिया समाज संगठन की विचार धारा मे चलने एवं समाज को संगठित करने पर अपनी सहमति व्यक्त किये ll मीटिंग मे अगरिया समाज की बच्चियों द्वारा शानदार सामूहिक नृत्य किया गया ll अगरिया समाज संगठन भारत लगातार समाज को संगठित करने का मुहीम चला रहा है और लगातार जिलों मे जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है ll अगरिया समाज संगठन भारत, भारत के अंतिम छोर मे खड़े अगरिया जनजाति के व्यक्ति संगठन से जुड़ने के लिए अपील करता है, संगठन का मानना है ज़ब हर व्यक्ति की भागेदारी समाज मे नहीं होगा तब तक समाज का उत्थान विकास संभव नहीं है अतः सभी को संगठन से जुड़कर समाज मे अपनी भागेदारी प्रदान करनी चाहिए ll आज अगरिया समाज की मांग है है सभी स्वजातीय बंधु संगठित हो और अपनी पहचान राष्ट्रीय अस्तित्व के रुप मे बनाने के लिए कार्य करें ll संगठन अंतर्गत सभी जिलों मे ब्लॉक मे समजिक गतिविधि का आयोजन करते हुए संगठन की विचार धाराओ को समाज मे जमीनी स्तर तक पहुंचाने का प्रयास करें ll संगठन की मंसा है ll बैठक मे उपस्थित स्वजातीय बंधुओ मे कोरिया ज़िलाध्यक्ष श्री सुकुल अगरिया जी, सुखित अगरिया जी, अशोक अगरिया जी, रामलखन अगरिया, इतवार अगरिया जी, अर्जुन अगरिया जी,वीरांगना लक्ष्मी अगरिया जी, सोहरी अगरिया जी,शांता देवी अगरिया जी सहित ज़िला कोरिया के समस्त ब्लॉक से कई सामाजिक स्वजातीय बंधु एवं वीरांगना महिला शक्तियां मौजूद रही है ll अगरिया समाज संगठन भारत सभी स्वजातीय बंधुओ का आभार प्रकट करता है और सभी अगरिया समाज को जागरूक करने के लिए आगामी दिनों के लिए शुभकामनायें देता है ll
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