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अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

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  सामान्य ज्ञान  1 - भारत की अंतरिम संसद में कितने सदस्य थे - उत्तर - 296  2 -किस अधिनियम में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक नामक पद का सुझाव (वैधानिक दर्जा ) दिया गया था।  उत्तर -1919 के अधिनियम में  3 -भारत का राष्ट्रगान सर्वप्रथम कब और कहा गाया गया था।  उत्तर -27 दिसंबर 1911 को कलकत्ता में  4 -भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद का चुनाव  किया गया था - उत्तर -संविधान द्वारा  5 -भारत की संविधान सभा गठित करने का आधार क्या था - उत्तर -कैबिनेट मिशन प्लान , 1946  6 -किस  अधिनियम के अंतर्गत भारतीय विधान परिषद् को बजट पर बहस करने की शक्ति प्राप्त हुई - उत्तर - भारतीय परिषद् अधिनियम ,, 1892  7 -भारतीय संविधान के किस अधिनियम ढांचे  को स्वीकार किया गया है - उत्तर - भारत शासन अधिनियम 1935  8 -संवैधानिक विकास ,  लोक सेवा विकास तथा संस्थाओ का विकास भारत में किसके शाशन काल  में हुआ।  उत्तर -ब्रिटिश शासन काल में  9 -रेग्युलेटिंग एक्ट कब पारित किया गया - उत्तर -वर्ष 1973 में  10 -संविधान सभा की प्रथम बैठक कब हुई थी - उत्तर -9 दिसंबर 1946 11 -भारतीय संविधान की प्रस्तावना की भाषा को 

नागरिको के लिए मौलिक कर्तव्य क्या है

नागरिको के लिए मौलिक कर्तव्य क्या है - 1 -  संविधान का पालन करे और उसके आदर्शो ,संस्थाओ राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करे।  २- स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शो को ह्रदय में संजोय रखे और उसका पालन करे।  3 -भारत की सम्प्रभुता ,एकता और अखंडता की रक्षा करे और उसे अक्षुण बनाये रखे।  4 -देश की रक्षा करे और आह्वान किये जाने पर राष्ट्र की सेवा करे।  5 -भारत के सभी लोगो में समरसता और समान बंधुत्व की भावना का निर्माण करे।  6 -हमारी मिश्रित संस्कृति  की  गौरवशाली परंपरा का महत्त्व समझे और उसका परिक्षण करे।  7 -प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और उसका संवर्धन करे।  8 -वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करे।  9 -सार्वजानिक संपत्ति को सुरक्षित रखे और हिंसा से दूर रहे।  10 -व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रो में उत्कर्ष की  ओर बढ़ने सतत प्रयास करे।  11 -6 वर्ष की आयु से 14 वर्ष की आयु के बच्चो के माता - पिता और संरक्षक जो भी हो , उन्हें शिक्षा के अवसर प्रदान करे।  (इस कर्तव्य को संविधान के 86 वे संशोधन अधिनियम ,2002 की धारा 4 द्वारा

ग्राम कालापारा ज़िला सरगुजा मे राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नोडल एवं कोर मेंबर्स द्वारा अगरिया समाज की स्थानीय मीटिंग किया गया

आज 02/07/2022 को अगरिया समाज की छोटी सी स्थानीय मीटिंग ज़िला सरगुजा के ग्राम कालापारा मे हुआ ll जहाँ अगरिया समाज संगठन भारत की ओर से नियुक्त ज़िला सरगुजा के नोडल श्री जागेराम अगरिया जी कोरिया निवासी मौजूद रहे एवं साथ मे संगठन के कोर लीडर श्री सुबोध कुमार जी मौजूद रहे ll जहाँ स्थानीय लोगो को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के उद्देश्य एवं एवं संगठन के बारे मे जानकारी दिया गया ll जागेराम अगरिया जो की सरगुजा ज़िला के नोडल है लगातार ज़िला सरगुजा मे अपने दायित्यो का निर्वाहन करते हुए लोगो से संपर्क करना एवं संगठन की विचार धाराओं से अवगत कराते रहते है ll जो की अनुकरणीय है ll संगठन की ऑनलाइन मीटिंग जो प्रत्येक शनिवार को होता है जिसके बारे मे जानकारी दिया गया जो नीचे उक्त विडिओ मे आप सुन पाएंगे ll जागेराम अगरिया जी संगठन के समस्त गतिविधियों को लगातार जन जन तक अपने आवंटित जिले सरगुजा मे पंहुचाने का प्रयास करते है ll जिससे अगरिया समाज संगठन का लक्ष्य मिशन 2025 यानि की एक संगठित समाज का निर्माण का लक्ष्य पूर्ण होगा ll वहा उपस्थित सभी समाज के स्वजातीय बंधुओ ने शनिवार को मीटिंग मे जुड़ने एव