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नवंबर, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

अगरिया समाज संगठन भारत जिला कोरबा छ ग के कार्यकर्त्ता गांव गांव जाकर समाज को जागरूक करते हुये ll

अगरिया समाज संगठन भारत जिला कोरबा छ ग के कार्यकर्त्ता गांव गांव जाकर समाज को जागरूक करते हुये ll 👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻👇🏻 आज दिनांक 28/11/2022को ग्राम दुमदुमी ,नवाडीह ,कन्हैया पारा,और बिजराभौना  जिला कोरबा छत्तीशगढ़ का दौरा श्री दुबराजसिह अगरिया और सुदर्शनअगरिया जी द्वारा लोगों को राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज संगठन भारत के उद्देश्यों के बारे में जन जन तक पहुंचाने पहल किया जा रहा है संगठन के उद्देश्यों एवं विचार धारा से अवगत कराते हुए संगठन से जुड़ने हेतु प्रेरित किया जा रहा है ll  बीते कुछ दिनों ज़ब से संगठन का राष्ट्रीय महासम्मेलन एवं स्थापना दिवस मनाया गया है तब से संगठन की ओर से आयोजित जिला जागरूकता कार्यक्रम की गतिविधि मे जिला कोरबा मे काफी जागरूकता देखने को मिला है ll दुबराज अगरिया जी एवं सुदर्शन अगरिया जी का कहना है संगठन हमारा है समाज हमारा है और हम सब को इसकी जिम्मेदारी लेना पड़ेगा तभी हमारा समाज जागरूक होगा आज इस समाज को हम सभी की आवश्यकता है हम सभी को संगठन की ओर से अच्छे विचार के साथ आगे आना होगा तभी समाज का अस्तित्व प्राप्त होगा ll इन कार्यकर्ताओ स

जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश मे अगरिया समाज की बैठक राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे सम्पन्न हुआ ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नेतृत्व मे जिला इकाई सिंगरौली मे अगरिया समाज की जिला बैठक दिनांक 26.11.2022 को संपन्न हुआ ll जहा जिला सिंगरौली के सभी ब्लॉक से अगरिया समाज के स्वजातीय बंधु माताए बहने उपस्थित रहे है ll अगरिया समाज जिला सिंगरौली के कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्तर से प्रतिनिधि के रूप मे सुखलाल अगरिया जी सीधी जिलाध्यक्ष उपस्थित रहे है जिनके उपस्थिति मे बैठक संपन्न हुआ ll जहा सर्वप्रथम सभी महानुभावो को मंच पर मंचासीन किया गया इसके पश्चात अगरिया जनजाति के इष्ट देव लोहासुर की पूजा अर्चना किया गया तथा निम्न बिन्दुओ पर चर्चा हुआ ll  1- राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के अनुसार समस्त भारत स्तर पर अगरिया  समाज को एक मंच पर लाना एवं संगठित समाज का निर्माण करना ll 2- संगठित समाज के निर्माण हेतु प्रत्येक जिले मे जिला समिति का निर्माण करना एवं राष्ट्रीय संगठन के मार्गदर्शन मे अगरिया समाज के उत्थान विकास हेतु कार्य करना ll 3- संगठन के उद्देश्य को अगरिया समाज केअंतिम छोर पर खड़े अगरिया समाज के व्यक्ति तक पहुँचाना एवं संगठन से ज

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत द्वारा दशगात्र सहायता राशि शोकाकुल परिवार को प्रदाय किया गया ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत द्वारा दशगात्र सहायता राशि शोकाकुल परिवार को प्रदाय किया गया ll ----------------------------------------------- राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत अगरिया समाज के उत्थान एवं विकास के लिए कई उद्देश्यों को लेकर कार्य कर रहा है (जैसे शिक्षा सहायता, नशा मुक्ति, 10 वी 12 वी मे अच्छे अंक लाने पर बच्चे एवं माता पिता को प्रोत्साहित करना जैसे कई  उदेश्य ) जिसमे से एक उद्देश्य है की अगरिया समाज का यदि कोई व्यक्ति संगठन से जुडा है चाहे कोई भी जिला हो राज्य हो उस स्थिति मे यदि परिवार मे कोई शोक सन्देश जैसे समाचार आते है तो राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ की ओर से मृत्यु सहायता सहयोग राशि भी राष्ट्रीय संगठन की ओर से प्रदाय किया जाता है ll ऐसे कई सहयोग संगठन की ओर से विगत वर्षो मे संगठन की ओर से कई परिवार को किये गए है ll ऐसा ही एक शोक सन्देश  दिनांक 17/11/22 हुआ था जिला कोरबा से कमल सिंह अगरिया जी जो की संगठन के बहुत अच्छे कार्यकर्त्ता रहे है जिनका आकस्मिक निधन उक्त दिनांक को हुआ था जिनका दशगात्र कार्यक्रम दिनांक 26/11/202

अगरिया समाज संगठन भारत जनजागरूकता कार्यक्रम मे दुबराजअगरिया कोरबा छत्तीशगढ़ द्वारा लगातार सम्पर्क जारी ll

अगरिया समाज संगठन भारत जनजागरूकता कार्यक्रम मे  दुबराजअगरिया कोरबा छत्तीशगढ़ द्वारा लगातार सम्पर्क जारी ll अगरिया समाज संगठन भारत की ओर से अगरिया समाज मे जागरूकता लाने एवं संगठन के उद्देश्यों से अवगत कराने के लिए गांव गांव मे स्थानीय मीटिंग हेतु सुझाव दिए है उसी के परिप्रेक्ष्य मे दुबराज अगरिया जी जो जिला कोरबा छत्तीसगढ़ से है लागातार गांव गांव जाकर लोगो से संपर्क कर रहे है और संगठन से जुड़ने एवं संगठन के उद्देश्यों से अवगत करा रहे है ll  कोरबा जिला संगठन से पूर्व से  ही जुडा जिला रहा है लेकिन गतिविधि को आगे बढ़ाने मे जिला कोरबा से कार्यकर्ता आगे नहीं रहे है ll लेकिन राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी का कहना है की दुबराज अगरिया जी ज़ब से संगठन से आये है तब से संगठन को जिला कोरबा की ओर से मजबूती मिली है और लगातार उनके द्वारा अगरिया जनजाति के उत्थान विकास के लिए संगठन की विचार धारा मे कार्य किया जा रहा है ll राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का उद्देश्य है की अगरिया समाज का व्यक्ति जो हर जिला के अंतिम का है संगठन से जुडा होना चाहिए तथा संगठन की विचार धाराओं से अवगत हो ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का तीसरा स्थापना दिवस 2022 दिनांक 15/11/2022 को कोतमा अनूपपुर कुशभाऊ ठाकरे मंगल भवन मे धूमधाम से मनाया गया कार्यक्रम कोतमा विधायक महोदय श्री सुनील सराफ जी का आगमन हुआ

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का तीसरा स्थापना दिवस 2022 दिनांक 15/11/2022 को कोतमा अनूपपुर कुशभाऊ ठाकरे मंगल भवन मे धूमधाम से मनाया गया कार्यक्रम कोतमा विधायक महोदय श्री सुनील सराफ जी का आगमन हुआ  👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻  राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत का तीसरा स्थापना दिवस 2022 कोतमा जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश के कुशभाऊ ठाकरे मंगल भवन कोतमा मे बड़े धूमधाम से मनाया गया जहा भारत के कोने कोने से सामाजिक स्वजातीय बंधु कार्यक्रम मे उपस्थित रहे है कार्यक्रम मे अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कबीरधाम, कोरिया, कोरबा सिंगरौली, सीधी, छिंदवाड़ा सहित कई जिलों के सामाजिक स्वजातीय बंधु एवं माताए बहने लगभग 1000 की संख्या मे सम्मिलित रहे एवं अपनी भूमिका का निर्वाहन किये ll चूँकि संगठन एक राष्ट्रीय संगठन है जहा संगठन का उद्देश्य सम्पूर्ण भारत स्तर पर अगरिया समाज को संगठित करना है एवं सम्पूर्ण अगरिया जनजाति का उत्थान एवं विकास करना है समाज के प्रत्येक बिंदु पर कार्य करना ही संगठन का लक्ष्य है ll समाज मे शिक्षा, शिक्षा सहयोग, नशा मुक्ति, संस्कृति का

अगरिया समाज संगठन भारत स्थापना दिवस 2022 दिनांक 15/11/2022 मे अनूपपुर मध्यप्रदेश के स्वजातीय बंधुओ माताए बहने अपनी भूमिका निभाए ll एवं स्थापना दिवस पर कोतमा विधान सभा के माननीय विधायक महोदय श्री सुनील सराफ जी का आगमन हुआ ll

जिला अनूपपुर(मध्यप्रदेश)से अगरिया समाज संगठन भारत के स्थापना दिवस 2022 दिनांक 15/11/2022 कोतमा कुशभाऊ ठाकरे मंगल भवन मे समाज के स्वजातीय बंधुओ ने अपनी भूमिका निभाईll एवं कोतमा विधायक महोदय श्री सुनील सराफ जी का आगमन हुआ मंच पर जिला अनूपपुर की पूरी टीम 👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻👆🏻 राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के स्थापना दिवस 2022 कोतमा जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश के कुशभाऊ ठाकरे मंगल भवन कोतमा मे मनाया गया जहा भारत के कोने कोने सामाजिक स्वजातीय बंधु कार्यक्रम मे उपस्थित रहे है ll यहाँ पर पर जिला अनूपपुर के समस्त स्वजातीय बंधुओ  माताए बहने, बच्चियों के साथ तस्वीर साझा किया गया है ll जिला अनूपपुर के बच्चियों द्वारा बहुत शानदार सामूहिक नृत्य स्टेज मे किया गया जो अत्यंत सुन्दर मनमोहक एवं प्रसंशनीय था ll अनूपपुर जिला से संगठन के स्थापना दिवस पर भारी संख्या मे उपस्थिति रही है एवं समस्त टीम वासी अपने जिले मे अगरिया समाज के उत्थान एवं विकास मे जिम्मेदारी के साथ अगरिया समाज को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हुए और जिम्मेदारी लेने की बात कहे ll

कोठी, भट्ठी, चेपूआ

अगरिया जनजाति की पहचान, अगरिया समाज की संस्कृति कोठी चेपूआ जिससे आज अगरिया जनजाति की पहचान है ll अगरिया जिसने आज पूरी दुनिया को लौह अयस्क से लोहा बनाकर दिया ll हस्त निर्मित कलाकृति राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के कार्यकर्त्ता श्री जागेराम अगरिया जी जशपुर निवासी द्वारा हस्त निर्मित ll इसका पूजन संगठन के स्थापना दिवस 15/11/2022 को लोहासूर पूजन के दौरान किया जायगा ll ऐसी हस्तनिर्मित कलाकृति कोठी भट्ठी, चेपूआ, लौह अयस्क से लोहा गलाता हुआ अगरिया मिट्टी, लकड़ी से निर्मित जो आपका मन मोह ले ll