जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश मे अगरिया समाज की बैठक राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे सम्पन्न हुआ ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश मे अगरिया समाज की बैठक राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के मार्गदर्शन मे सम्पन्न हुआ ll

राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के नेतृत्व मे जिला इकाई सिंगरौली मे अगरिया समाज की जिला बैठक दिनांक 26.11.2022 को संपन्न हुआ ll जहा जिला सिंगरौली के सभी ब्लॉक से अगरिया समाज के स्वजातीय बंधु माताए बहने उपस्थित रहे है ll अगरिया समाज जिला सिंगरौली के कार्यक्रम मे राष्ट्रीय स्तर से प्रतिनिधि के रूप मे सुखलाल अगरिया जी सीधी जिलाध्यक्ष उपस्थित रहे है जिनके उपस्थिति मे बैठक संपन्न हुआ ll जहा सर्वप्रथम सभी महानुभावो को मंच पर मंचासीन किया गया इसके पश्चात अगरिया जनजाति के इष्ट देव लोहासुर की पूजा अर्चना किया गया तथा निम्न बिन्दुओ पर चर्चा हुआ ll 
1- राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया समाज महासंघ भारत के अनुसार समस्त भारत स्तर पर अगरिया  समाज को एक मंच पर लाना एवं संगठित समाज का निर्माण करना ll
2- संगठित समाज के निर्माण हेतु प्रत्येक जिले मे जिला समिति का निर्माण करना एवं राष्ट्रीय संगठन के मार्गदर्शन मे अगरिया समाज के उत्थान विकास हेतु कार्य करना ll
3- संगठन के उद्देश्य को अगरिया समाज केअंतिम छोर पर खड़े अगरिया समाज के व्यक्ति तक पहुँचाना एवं संगठन से जोड़ना ll
4- नशा मुक्त समाज का निर्माण करना ll किसी भी सार्वजानिक सामाजिक कार्यक्रम मे नशा, मादक पदार्थ का लेन देन प्रतिबंधित करना तथा नशापान करके नहीं बैठना ll
5- समाज मे बच्चों को शिक्षित करने के लिए सहयोग करना ll जो बच्चे समाज मे शिक्षा प्राप्त करना चाहते है जिसमे फीस ड्रेस पुस्तक इत्यादि मे कमी आने पर मदद करना जिसके लिए राष्ट्रीय संगठन की ओर से मुहीम चलाया जा रहा है जिसमे सभी को प्रतिमाह अपनी कमाई का स्वेच्छानुसार अंशदान संगठन को करना है ll जिससे जरुरतमंद बच्चों की मदद समाज मे हो सके ll
6- संगठन की ओर से मुहीम चलाया जा रहा है जो बच्चे 10 वी 12वी मे अच्छे अंक के साथ जिला राज्य मे उत्तीर्ण होते है उन बच्चों को एवं उनके मा बाप को राष्ट्रीय महासम्मेलन मंच मे सम्मानित किया जाता है जिसके लिए अपने बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है जिससे समाज मे शिक्षा का स्तर बढे और एक संस्कारी समाज का निर्माण हो सके ll
7- संगठन की ओर से संगठन मे जुड़ कर समाज के उत्थान विकास पर कार्य करने पर कार्यकर्ताओ के घर पर शोक सन्देश समाचार पर सहयोग राशि  संगठन से प्रदान होता है जिससे परिवार को सहायता मिलता है ll जिससे संगठन से सभी को मजबूती से जुड़ना ll
8- समस्त अगरिया समाज के स्वजातीय बंधुओ को मिलजुलकर अगरिया समाज की संस्कृति परंपरा रीति रीवाज को संरक्षित करना है एवं अगरिया समाज के अस्तित्व को बचाना है अगरिया समाज के अस्तित्व को बचाने एवं अगरिया समाज के पहचान को जिन्दा रखने के लिए हम सभी को अगरिया समाज के ऐतिहासिक इतिहास को (की सबसे पहले लोहा बनाने वाली जनजाति अगरिया है जिसने लोहा बनाकर इस दुनिया को लोहा जैसे चमत्कारिक धातु से पूरी दुनिया को अवगत कराया जिसके बिना आज इस दुनिया के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती )अपने बच्चों को बताना है एवं समाज मे सभी को बताना है जिससे बच्चे एवं समाज का हर व्यक्ति गर्व से कह सके की हम अगरिया है ll
9- हम सब अगरिया समाज मे पैदा हुए है इस अगरिया समाज के लिए हम सब की जिम्मेदारी है की इस समाज को शिक्षित, नशा मुक्त, संस्कारी समाज बनाये ll
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उक्त मुख्य बिन्दुओ के साथ कई बातो पर चर्चा हुआ ll
इसके पश्चात जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश के समस्त स्वजातीय बंधुओ द्वारा सर्व सम्मति से (राष्ट्रीय प्रतिनिधि श्री सुखलाल अगरिया जी की उपस्थिति मे )निर्णय लिया गया की पूर्व से नियुक्त जिलाध्यक्ष श्री शीतल अगरिया जी का कार्य निराशाजनक रहा है किसी भी गतिविधि मे सम्मिलित नहीं होते है जिससे उनको जिलाध्यक्ष पद से पृथक करते हुए नये जिला समिति का निर्माण किया जाता है ll जो निम्नानुसार है ll
इस प्रकार जिला स्तर पर समति बनायीं गयी एवं शीघ्र ही जिला सिंगरौली के समस्त ब्लॉक मे ब्लॉक अध्यक्ष की नियुक्ति करने हेतु अवगत कराया गया ll
कार्यक्रम के अंत मे अगरिया समाज के स्वजातीय बंधुओ द्वारा ढोलक, मादर बजाते शैला नृत्य  करते हुए खूब नृत्य गायन किया गया और कार्यक्रम का समापन किया गया ll
कार्यक्रम को देखते हुए संगठन राष्ट्रिय संचालक दशरथ अगरिया जी द्वारा जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश के समस्त स्वजातीय बंधुओ का आभार प्रकट किया गया साथ में जिला सिंगरौली नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष एवं पूरी टीम को शुभकामनाये दिए।  तथा अगरिया समाज के उत्थान विकास में सभी की भागेदारी बनाये रखने एवं समाज के अस्तित्व को बचाने के लिए सभी की भागेदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किये। 
कार्यक्रम मे उपस्थित कुछ स्वजातीय बंधु राष्ट्रीय अगरिया समाज प्रतिनिधि सुखलाल अगरिया जी, राजकुमार अगरिया जी नवनिर्वाचित अध्यक्ष सिंगरौली, महिपाल अगरिया जी, राजपाल अगरिया जी, रघुवंश अगरिया जी, पन्नेलाल अगरिया जी, अर्थलाल अगरिया जी, बृजेश कुमार अगरिया जी, गोरेलाल अगरिया जी, मोहन लाल अगरिया जी, बब्बू अगरिया जी, भीमसेन अगरिया जी, वासदेव अगरिया जी, राजेश अगरिया जी सहित लगभग जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश से 150-200 सामाजिक स्वजातीय बंधु एवं माताए बहने उपस्थित रहे ll


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