अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम मे राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जिला सीधी (म.प्र ) दिनांक -25/12/2022 को पहुचे ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति समाज का राष्ट्रीय कार्यक्रम सम्पन्न हुआ 15.11.2024 को लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का पांचवा स्थापना दिवस ll

अगरिया जनजाति समाज के उत्थान विकास का संस्था लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का पांचवा स्थापना दिवस 15.11.2024 को कोतमा कुशा भाऊ ठाकरे मंगल भवन मे सम्पन्न हुआ ll कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया समाज के बच्चे एवं बच्चियों ने बहुत ही सुन्दर आदिवासी गाने एवं अगरिया समाज गीत पर नृत्य प्रस्तुत किये ll  संस्था के फाउंडर श्री दशरथ प्रसाद अगरिया द्वारा बताया गया की संस्था का मुख्य उद्देश्य अगरिया जनजाति के स्तर को , आर्थिक, शैक्षिक एवं सामाजिक स्तर से मजबूत बनाना है ll अगरिया जनजाति समाज बहुत ही पिछड़ा समाज है जिसका कोई अस्तित्व नहीं है इस जनजाति समाज के लोग ना तो नौकरी मे है ना ही शिक्षित है और ना ही व्यवसायिक है ll बताया गया की अगरिया जनजाति समाज के लोग पूर्व प्राचीन समय मे जंगलो मे निवास करते थे जहा वो लोहा बनाने (गलाने) का काम करते थे ll अगरिया जनजाति ही वो समाज है जिसने सर्वप्रथम लौह अयस्क(लौह पत्थर) की पहचान किया और पारम्परिक भट्टी मे लौह अयस्क को गलाकर लोहा जैसे चमत्कारिक धातु को बनाया और देश दुनिया समाज को लोहा से अवगत कराया , यानि लोहा बनाने की संस्कृति

अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम मे राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जिला सीधी (म.प्र ) दिनांक -25/12/2022 को पहुचे ll

अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम मे राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जिला सीधी (म.प्र ) दिनांक -25/12/2022 को पहुचे ll
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लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे जिला इकाई सीधी मे अगरिया समाज का सम्मेलन (अगरिया समाज जनजागरूकता) कार्यक्रम रखा गया था ll सीधी जिलाध्यक्ष एवं जिला कार्यकर्त्ता के सफल आयोजन से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ llजहा कार्यक्रम मे दूर समाज के उत्थान विकास मे समाज को जागरूक करने एवं समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने एवं संगठित समाज के निर्माण अगरिया अस्तित्व के लिए कई जिलों  जैसे सिंगरौली, सीधी, शहडोल, उमरिया, कोरिया, अनूपपुर के स्वजातीय बंधु माताए बहने अगरिया समाज संगठन भारत के इस जागरूकता कार्यक्रम, अगरिया जोड़ो अभियान मे सम्मिलित रहे ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन पिछले वर्ष मार्च 2022 से अगरिया जोड़ो अभियान कार्यक्रम की शुरुआत कर चूका है जिस उद्देश्य के लिए संगठन की ओर से जिले जिले मे ऐसे सामाजिक गतिविधियों का आयोजन लगातार करता जा रहा है ll
इस कार्यक्रम को सम्बोधित करने हेतु राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया अनूपपुर कोतमा से पहुचे थे ll एवं साथ मे जिला कोरिया छत्तीसगढ़ से सुकुल नागवंशी (कोरिया जिलाध्यक्ष), सुखित अगरिया, रामलखन अगरिया, अर्जुन अगरिया, रुपेश अगरिया, श्रीमती लालती अगरिया सहित कई स्वजातीय बंधु माताए बहने उपस्थित रहे ll समाज के उत्थान विकास मे सुकुल नागवंशी कोरिया जिलाध्यक्ष जी ने सभी को सम्बोधित किये उन्होंने बताया की जो बीत गया वो बीत गया, अब वर्तमान मे क्या करना है कैसे करना है, जिससे आगे समाज का भविष्य सुरक्षित हो सके ll इसी तरह सुखित अगरिया जी ने भी समाज की मुख्य समस्या नशा एवं शिक्षा पर बात किये ll
राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी ने सम्बोधित करते हुए बोले की इस विलुप्त होते समाज को आज संरक्षित किया जा रहा है इसके अस्तित्व की प्रप्ति के लिए ये प्रयास जारी है और इस समाज को संस्कारी संगठित समाज बनाने के लिए समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी अनिवार्य है ll हर व्यक्ति को समाज से अपेक्षा है हर व्यक्ति कहता है समाज मे रूढ़िवादी समस्या है, हर व्यक्ति कहता है समाज मे नशा पान है, हर व्यक्ति कहता है समाज मे शिक्षा बहुत कम है ll लेकिन इन सारे बातो की जिम्मेदारी लेगा कौन,केवल कहने से नहीं सामने आने से, और जिम्मेदारी लेने से समाज का विकास होगा ll संचालक जी ने कहा की समाज के उत्थान विकास के लिए हर व्यक्ति को आगे बढ़कर संगठन से जुड़कर जिम्मेदारी लेना होगा तभी समाज सशक्त और संगठित समाज बनकर आएगा ll जिला सीधी कार्यक्रम मे उपस्थित समस्त अगरिया समाज जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए संचालक महोदय जी बोले की हमारा लक्ष्य केवल एक जिला नहीं है हमारा लक्ष्य अगरिया जनजाति है आज 30 साल पहले अपने समाज की  जो स्थिति रही है उसको भूलते हुए एवं एक नये अगरिया समाज के पुनरनिर्माण के लिए सभी को आगे आना होगा  और सभी को अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी होंगी ll
संगठन के उद्देश्य से परिचित कराते हुए बताये की  -
समाज मे हर बच्चे को शिक्षित करना होगा एवं घर परिवार मे बच्चों को अगरिया जनजाति के इतिहास की जानकारी देना होगा जिससे बच्चे अगरिया जनजाति के इतिहास से अवगत हो सके की सर्वप्रथम इस दुनिया मे लोहा बनाने वाली जनजाति अगरिया जनजाति है ll जिससे बच्चे अगरिया समाज पर गर्व कर सके और सम्पूर्ण अगरिया समुदाय भी गर्व महसूस कर सके की वो एक वैज्ञानिक समाज के अंश है ll
समाज मे शिक्षा पढ़ने लिखने के लिए संगठन की ओर से मदद किया जायगा जिसके लिए समाज के हर व्यक्ति को  संगठन को अंश दान थोड़ा थोड़ा करना है ll
समाज मे बच्चों को खेल कूद,कला, एवं उनके प्रतिभा को निखारने के लिए जिलों राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर गतिविधियों का आयोजन करना है जिसमे हर जिले की भागीदारी होनी है ll
समाज के प्रतिभावान कलाकारो को संगठन देगा पहचान  समाज के प्रतिभावान् कलाकार संगठन से संपर्क करें जिससे समाज के कलाकारों को संगठन की ओर से पहचान दिया जा सके llll
समाज मे सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन आगामी आने वाले दिनों मे होगा ll
अच्छे प्रतिभावान बच्चों को जिले राज्य मे शिक्षा के क्षेत्र मे अच्छा प्रदर्शन करने पर राष्ट्रीय अगरिया समाज स्थापना दिवस पर बच्चों को पुरुस्कृत करना एवं माता पिता का सम्मान करना ll
समाज मे महिलाओ को आगे लाना पहचान देना एवं उनको स्वावलम्बी, आत्मनिर्भर बनने हेतु सहयोग प्रदान करना  प्रशिक्षित करना एवं सहयोग करना ll
संगठन से जुड़े हर व्यक्ति को शादी व्याह संबंध मे मदद   प्रदान करना  तथा मृत्यु शोक जैसे समाचार मे सहायता प्रदान किया जायगा ll
उक्त कई बिन्दुओ पर संचालक महोदय द्वारा चर्चा किया गया एवं अंतिम मे कहा गया की "सबके साथ,सबके सहयोग"से अगरिया समाज का उत्थान विकास होगा इसलिए आइये सभी मिलकर समाज को संगठित करें ll

कार्यक्रम मे  उपस्थित स्थानीय स्तर पदाधिकारी एवं स्वजातीय बंधु राजकुमार अगरिया सिंगरौली जिलाध्यक्ष पन्नेलाल अगरिया,बीरबल अगरिया, राजपाल अगरिया, महिपाल अगरिया, बृजेश अगरिया, रघुवंश अगरिया सहित जिला सीधी सिंगरौली एवं अन्य कई जिलों से लगभग 500-700 की संख्या मे माताए बहने उपस्थित रहे ll तथा रामसरोवर अगरिया, बलराम अगरिया, शीतल अगरिया सहित कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे ll
#संगठन की बस एक ही आवाज़ संगठित हो अगरिया समाज

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