अगरिया जनजाति के मांगो को लेकर ज्ञापन दिए राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया एवं उनकी टीम ने माननीय सांसद महोदया शहडोल संसदीय क्षेत्र श्री मति हिमाद्री सिंह जी को ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

अगरिया जनजाति के मांगो को लेकर ज्ञापन दिए राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया एवं उनकी टीम ने माननीय सांसद महोदया शहडोल संसदीय क्षेत्र श्री मति हिमाद्री सिंह जी को ll

शहडोल संसदीय क्षेत्र सांसद महोदया माननीय हिमाद्री सिंह जी से अगरिया जनजाति के मुद्दे को लेकर अगरिया समाज संगठन भारत राष्ट्रीय संचालक महोदय दशरथ अगरिया एवं अनूपपुर की टीम ज्ञापन दिया ll
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आज दिनांक 30/12/2022 को राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी एवं जिला अनूपपुर की टीम से पुष्पराजगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष श्री माखन अगरिया जी, पुष्पराजगढ़ ब्लॉक संचालक श्री गोरेलाल अगरिया जी, कोतमा ब्लॉक अध्यक्ष श्री मायाराम अगरिया जी एवं कार्यकर्त्ता श्री रामप्रसाद अगरिया जी अगरिया जनजाति की कुछ समस्याओ एवं कुछ मांगो को लेकर शहडोल संसदीय क्षेत्रमाननीय सांसद महोदया श्री मति हिमाद्री सिंह जी से मुलकात किये जहा निम्न बिन्दुओ पर चर्चा हुआ ll
1- जिला अनूपपुर पुष्पराजगढ़ बेनीबारी मे दिनांक 15/01/2023 को होने वाले अगरिया समाज के सम्मेलन मे माननीय सांसद महोदया को आने हेतु आमंत्रण पत्र देते हुए आमंत्रित किया गया ll जिसके लिए माननीय सांसद महोदया ने सहमति जताते हुए आमंत्रण सहर्ष स्वीकार किये और कार्यक्रम मे आने को बोले ll जिसके लिए अगरिया समाज संगठन एवं समस्त अगरिया समाज सदैव माननीय महोदया का आभारी रहेगा ll
2-अगरिया जनजाति के मांगो को लेकर माननीय महोदय को ज्ञापन दिया गया जो निम्नानुसार है -
(a) अगरिया समाज संगठन भारत जो की एक राष्ट्रीय संगठन है जिसकी उत्पत्ति जिला अनूपपुर के कोतमा से हुई है जिसके लिए संगठन की ओर से अनूपपुर जिले मे अगरिया समाज के समस्त बड़े आयोजन एवं गतिविधि तथा कार्यक्रम हेतु "सामुदायिक भवन" के लिए मांग पत्र प्रस्तुत किया गया एवं मौखिक भी बताया गया ll जिसमे माननीय सांसद महोदया ने अपनी सहमति जताये और उक्त मांग पर शीघ्र विचार करने की बात बोले ll
(b) अगरिया जनजाति को विशेष पिछडी जनजाति मे सम्मिलित किये जाने हेतु मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नाम ज्ञापन दिया गया एवं माननीय सांसद महोदया जी भी व्यक्तिगत ज्ञापन दिया गया ll जिस पर माननीय सांसद महोदया जी ने आश्वासन एवं सुझाव देते हुए बोले की हम माननीय मुख्यमंत्री जी को इस सम्बन्ध मे पत्र के माध्यम से अवश्य अवगत कारायेगे ll और सुझाव देते हुए उन्होंने कहा की अपने संघ अंतर्गत सभी जिलों को आप बोले की सभी जिले अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को इस सम्बन्ध मे ज्ञापन दे ll जिससे सभी जिलों से ये मांग माननीय मुख्यमंत्री महोदय तक पहुंच सके ll
इस प्रकार से उक्त मुद्दों को लेकर माननीय सांसद महोदया श्री मति हिमाद्री सिंह जी से मुलाक़ात करते हुए ज्ञापन दिया गया ll
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