उत्तरप्रदेश जिला सोनभद्र ग्रामपंचायत पलहारी मे अगरिया समाज की बैठक हुई ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

उत्तरप्रदेश जिला सोनभद्र ग्रामपंचायत पलहारी मे अगरिया समाज की बैठक हुई ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे ll

उत्तरप्रदेश जिला सोनभद्र ग्रामपंचायत पलहारी मे अगरिया समाज की बैठक हुई ll लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे ll
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आज दिनांक 21/01/2023 को लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे अगरिया समाज की बैठक जिला सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) मे हुआ ll जहा लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के मार्गदर्शन मे जिला स्तरीय जनजागरूकता कार्यक्रम शीघ्र आयोजित करने पर चर्चा हुआ ll कार्यक्रम मे जिला सोनभद्र से सभी ब्लॉक से कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे ll
उक्त कार्यक्रम की जिम्मेदारी बिंदु अगरिया जी जो की जिला सोनभद्र से हैं उनके द्वारा लिया गया ll बिंदु अगरिया जी राष्ट्रीय संगठन से जुड़े हुए कार्यकर्त्ता हैं उनका कहना संगठन के मार्गदर्शन मे आज उत्तर प्रदेश मे अगरिया जनजाति के उत्थान विकास के लिए कार्य करने का अवसर मिला हैं जो की सौभाग्य की बात हैं ll उन्होंने कहा हैं की लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन  का मै आभार प्रकट करता हु जो एक राष्ट्रीय संगठन हैं जो आज सम्पूर्ण भारत स्तर पर राज्य वार अगरिया जनजाति को संगठित कर रहा हैं ll और आज इसी संगठन की देन हैं की आज जिला सोनभद्र मे भी अगरिया जनजाति अपने अस्तित्व को समझ पाया और समाज के उत्थान के लिए आगे जा रहा हैं ll
बैठक मे चर्चा के दौरान जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर से मीटिंग आयोजित करने के लिए दिनांक राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी से पुछा गया हैं जिसमे मुख्य अतिथि के रूप मे राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी को आमंत्रित करने को कहा गया हैं ll
राष्ट्रीय संचालक जी उक्त मीटिंग को देखते हुए समस्त जिला वासियो का आभार प्रकट किये और बोले की ऐसे अपने अस्तित्व के लिए सभी को संगठित होना हैं और सभी संगठन के मार्गदर्शन मे कार्य करना ll

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