जिला कोरिया छत्तीसगढ़ मे अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न दिनांक-11/02/2023लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

जिला कोरिया छत्तीसगढ़ मे अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न दिनांक-11/02/2023लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ll

जिला कोरिया छत्तीसगढ़ मे अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न
दिनांक -11/02/2023
लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के नेतृत्व मे ll


आयोजक - जिला कोरिया समिति
आयोजक समिति - श्री सुकुल नागवंशी जिलाध्यक्ष कोरिया, सुखित अगरिया, लक्ष्मी अगरिया, जागेराम अगरिया, सोहरी अगरिया, अशोक अगरिया, रामलखन अगरिया, इतवार साय अगरिया, मिलन अगरिया, अर्जुन अगरिया, एवं जिला कोरिया अंतर्गत समस्त बालक एवं बालिकाये जो कार्यक्रम को अत्यंत मनोरंजक एवं लुभावना बनाये अपने नृत्य से अनीता अगरिया एवं पूरे बच्चियों की टीम एवं समस्त कोरिया जिला वासिll

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन की ओर से लगातार प्रत्येक जिले मे अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन होता जा रहा हैं जिनके विडिओ एवं गतिविधियों को लगातार देखते जा रहे हैं ll जागरूकता कार्यक्रम का उदेश्य संगठन के उद्देश्य को जन जन तक पहुँचाना हैं एवं समाज के अंतिम छोर पर खड़े अगरिया समाज के व्यक्ति को संगठन मे लाना हैं ll संगठन द्वारा अगरिया समाज के उत्थान विकास के लिए कई योजनाए बनायीं गयी इन योजनाओ को जनजागरूकता कार्यक्रम मे माध्यम से पहुँचाना संगठन का मकसद हैं ll जिससे समाज मे विकास, शिक्षा, एवं नशा मुक्त समाज का लक्ष्य संगठन का पूर्ण हो सके ll इसीलिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन लगातार किया जा रहा हैं ll
कार्यक्रम का सफल संचालन जिलाध्यक्ष सुकुल नागवंशी जी की अध्यक्षता मे श्री अशोक अगरिया जी द्वारा किया गया ll जहा सुखित अगरिया जी, जागेराम अगरिया जी द्वारा कार्यक्रम मे व्यवस्थापक के रूप मे जिम्मेदारी सम्हाले ll
कार्यक्रम मे बच्चियों समाज की बच्चियों द्वारा बहुत अच्छे मनमोहक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया गया, तथा साथ मे स्वजातीय बंधुओ एवं बालिकाओ द्वारा पारम्परिक शैला नृत्य किया गया ll कार्यक्रम का बहुत अच्छे से आयोजन हुआ ll

जनजागरूकता कार्यक्रम पर राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी क्या बोले - कार्यक्रम अत्यंत प्रसंसनीय रहा जिला कोरिया एक संगठित जिला हैं जहा से कार्यकर्ताओ द्वारा संगठन को लगातार मजबूती मिलती हैं ll संगठन के प्रत्येक गतिविधि को जिला कोरिया बहुत ही अच्छे से संचालित करते हैं ll आज इस समाज के उत्थान विकास मे आप सब की ऐसी गतिविधियों से जो जागरूकता समाज मे आ रहा हैं वो आने वाले समय मे समाज के लिए लाभदायक होगा ll कोरिया जिलाध्यक्ष माननीय सुकुल नागवंशी जी एवं समस्त कोरिया वासियो को शुभकामनायें दिए ll तथा जिला कोरिया के बच्चियों को भी शुभकामनायें दिए उन्होंने कहा की  उनके द्वारा प्रत्येक कार्यक्रम मे अत्यंत मनमोहक सुन्दर नृत्य का प्रदर्शन किया जाता हैं जिससे कार्यक्रम और भी रोचक और मनमोहक हो जाता हैं ll समाज मे बच्चीयां हमारा गौरव हैं  हमारे समाज की शान हैं परमात्मा सदैव ख़ुश रखे हमेशा मुस्कुराते रहे, हँसते रहे ऐसे ही जीवन खुशियों से भरा रहे 

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