लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के पदाधिकारी दिनांक 18/02/2023 को श्री दशरथ अगरिया, रामखिलावन अगरिया, सुखित अगरिया, दुबराज अगरिया, पूरासाय अगरिया,जगदीश अगरिया जी पहुचे संगठित समाज के निर्माण के लिए झारखण्ड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति के 23वे स्थापना दिवस मे ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति समाज का राष्ट्रीय कार्यक्रम सम्पन्न हुआ 15.11.2024 को लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का पांचवा स्थापना दिवस ll

अगरिया जनजाति समाज के उत्थान विकास का संस्था लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का पांचवा स्थापना दिवस 15.11.2024 को कोतमा कुशा भाऊ ठाकरे मंगल भवन मे सम्पन्न हुआ ll कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया समाज के बच्चे एवं बच्चियों ने बहुत ही सुन्दर आदिवासी गाने एवं अगरिया समाज गीत पर नृत्य प्रस्तुत किये ll  संस्था के फाउंडर श्री दशरथ प्रसाद अगरिया द्वारा बताया गया की संस्था का मुख्य उद्देश्य अगरिया जनजाति के स्तर को , आर्थिक, शैक्षिक एवं सामाजिक स्तर से मजबूत बनाना है ll अगरिया जनजाति समाज बहुत ही पिछड़ा समाज है जिसका कोई अस्तित्व नहीं है इस जनजाति समाज के लोग ना तो नौकरी मे है ना ही शिक्षित है और ना ही व्यवसायिक है ll बताया गया की अगरिया जनजाति समाज के लोग पूर्व प्राचीन समय मे जंगलो मे निवास करते थे जहा वो लोहा बनाने (गलाने) का काम करते थे ll अगरिया जनजाति ही वो समाज है जिसने सर्वप्रथम लौह अयस्क(लौह पत्थर) की पहचान किया और पारम्परिक भट्टी मे लौह अयस्क को गलाकर लोहा जैसे चमत्कारिक धातु को बनाया और देश दुनिया समाज को लोहा से अवगत कराया , यानि लोहा बनाने की संस्कृति

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के पदाधिकारी दिनांक 18/02/2023 को श्री दशरथ अगरिया, रामखिलावन अगरिया, सुखित अगरिया, दुबराज अगरिया, पूरासाय अगरिया,जगदीश अगरिया जी पहुचे संगठित समाज के निर्माण के लिए झारखण्ड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति के 23वे स्थापना दिवस मे ll

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के पदाधिकारी श्री दशरथ अगरिया, रामखिलावन अगरिया, सुखित अगरिया, दुबराज अगरिया, पूरासाय अगरिया,जगदीश अगरिया जी पहुचे संगठित समाज के निर्माण के लिए झारखण्ड अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति के 23वे स्थापना दिवस मे ll
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झारखण्ड मे अगरिया असुर आदिम जनजाति विकास समिति का 23 स्थापना दिवस प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल अगरिया जी की अध्यक्षता  एवं उनकी समिति मुकेश अगरिया प्रदेश सचिव, विनोद अगरिया प्रदेश कोषाध्यक्ष, पंकज अगरिया प्रदेश सयोजक जी के नेतृत्व मे मनाया गया ll जहा झारखण्ड मे अगरिया आदिवासी समाज को संगठित करना एवं समाज के हक अधिकारों को दिलाना रहा हैं तथा अगरिया जनजाति को सम्पूर्ण भारत स्तर पर विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा देना रहा हैं ll श्री अनिल अगरिया जी एवं उनके समिति के कुशल नेतृत्व एवं समाज के प्रति विकास करने एवं संगठित समाज के जज्बे ने प्रभावपूर्ण तरीके से  राष्ट्रीय लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के संचालक दशरथ अगरिया को विशिष्ट अतिथि के रूप मे आमंत्रित किये राष्ट्रीय अगरिया समाज संघ के उद्देश्य की जानकारी के लिए की वास्तव मे राष्ट्रीय संघ एक संगठित समाज का निर्माण कर रहा हैं तो उद्देश्य क्या हैं ll जहाँ विशिष्ट अतिथि के रूप मे दशरथ अगरिया जी एवं पूरी टीम रामखिलावन अगरिया जी, सुखित अगरिया जी,दुबराज अगरिया जी, पूरासाय अगरिया जी कार्यक्रम मे उपस्थित हुए ll
जहा दशरथ अगरिया जी द्वारा कार्यक्रम मे सम्बोधित करते हुए कहा गया की श्री अनिल अगरिया जी संगठित समाज के प्रति जो जज्बा आपने दिखाया हैं वास्तव मे एक दिन समाज के इतिहास मे बड़े आदर के साथ आपका नाम लिया जायगा ll क्योंकि आज से 3 साल से सम्पूर्ण भारत स्तर पर अगरिया समाज के एक मंच बनाने की पहल लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा हैं ll जहा संघ द्वारा "अगरिया समाज जोड़ो " अभियान के तहत गांव गांव जिला जिला राज्य राज्य जाकर सम्पूर्ण भारत स्तर पर मुहीम चलाया जा रहा हैं ll आज राष्ट्रीय संघ के सफल प्रयास और मेहनत से मध्यप्रदेश, छत्तीशगढ़, उत्तर प्रदेश एक संगठित राज्य हो चुके हैं ll तथा झारखण्ड के लिए कई साल से प्रयास किया जा रहा था लेकिन पूर्व कार्यकर्ताओ के नीरस विचार धारा के वजह से झारखण्ड राष्ट्रीय संघ के साथ संगठित नहीं हो पा रहा था ll लेकिन आज जो विचार, जो जज्बा, समाज के प्रति प्रेम और जो समाज की आज आवश्यकता हैं झारखण्ड के अध्यक्ष अनिल अगरिया जी एवं उनकी समिति ने दिखाया हैं वास्तव मे सराहनीय अनुकरणीय हैं की आज झारखण्ड एक संगठित राज्य के रूप मे राष्ट्रीय संघ के साथ जुड़ने को तत्पर हैं ll उन्होंने ये भी कहा की आज समाज के अस्तित्व को बचाये रखने के लिए सम्पूर्ण समाज को संगठित होना आवश्यक हैं समाज के उत्थान विकास के सभी को मिलकर कार्य करने होंगे ll आज समाज जो पिछड़ा हुआ हैं हम सब को आगे बढ़कर समाज के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए प्रयास करना होगा ll सम्पूर्ण अगरिया जनजाति को शिक्षित करना होगा, आर्थिक, सामाजिक जैसे सभी स्तर को ऊँचा उठाने के लिए अपना अपना सहयोग देना होगा तभी समाज विकास करेगा हक अधिकार के लिए मिलकर लड़ना होगा ll आज समाज के लिए हर जिले मे हर गांव मे हर राज्य मे अपने अपने स्तर से समाज के उत्थान विकास के लिए काम हो रहा हैं लेकिन समाज मे वो परिणाम नजर नहीं आ रहा हैं जो अन्य समाज मे हैं चाहे वो शिक्षा के स्तर मे हो या, नौकरी मे हो या व्यवसाय मे हो  या अधिकारों मे हो ll यदि इन सब स्तर से समाज को मजबूत बनाना हैं तो एक साथ मिलकर अपना अपना सहयोग देना होगा ll कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक हैं और भारत मे रहने वाले सम्पूर्ण अगरिया जनजाति एक हैं हम सब एक परिवार हैं चाहे हम भारत के किसी कोने मे रहे ll हम अपने समाज को राज्य, जिला, गांव मे नहीं बाट सकते हैं ll तो आइये अपने विचार को एक करें और अपने समाज के उत्थान के लिए समाज का एक मंच तैयार करें ll क्योंकि जीवन एक बार मिला हैं और जीवन को इस समाज के लिए साकार बनाये जिससे हमारे आने वाली पीढ़ी का भविष्य उज्जवल हो हमारे बच्चों को किसी प्रकार की समस्याओ का सामना ना करना पड़े ll इसके अलावा समाज के स्वजातीय बंधु समाज मे धर्म परिवर्तन ना करें समाज की संस्कृति रीति रीवाज हमारा धरोहर हैं जिसको हम सभी को संजोये रखना हैं और समाज को नशा मुक्त और संस्कारी समाज  बनाने के लिए समाज से मांस मदिरा का लेनदेन बंद करना होगा जिससे समाज मे अच्छा सन्देश जाय और आने वाली पीढ़ी हमारी संस्कारी हो सके ll उक्त बातो को राष्ट्रीय डायरेक्टर दशरथ अगरिया जी सम्बोधित करते हुए बोले ll कार्यक्रम के अंत मे लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन की ओर से राष्ट्रीय डायरेक्टर दशरथ अगरिया जी एवं टीम के द्वारा झारखंड समिति का स्वागत फूल माला पहनाकर किया गया और सभी का धन्यवाद किये ll

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