बिहार मे भी लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन पंहुचा ll शीघ्र राष्ट्रीय संघ की मीटिंग आयोजित होंगी ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

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#अगरियासमाजजोड़ोअभियान 


आपको जैसा की विदित हैं लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन जो की सम्पूर्ण भारत स्तर पर अगरिया समाज का एक मंच तैयार कर रहा हैं जिसके लिए संगठन द्वारा "अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम " के तहत लगातार राज्य राज्य, जिला जिला, गांव गांव संगठन पहुंच कर अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर रहा हैं और समाज को सभी राज्यों मे जिलेवार संगठित कर रहा हैं ll आपको बताना चाहेंगे बीते दिनों पूर्व 5 फ़रवरी को उत्तरप्रदेश का सोनभद्र जिला मे संगठन की ओर से अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन संगठन मार्गदर्शन मे हुआ था जहा मुख्य अतिथि के रूप मे राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी एवं पूरी टीम रामखिलावन अगरिया जी, अन्नू अगरिया जी,सुखित अगरिया जी,  ,पूरासाय अगरिया जी, दुबराज अगरिया जी,का जाना हुआ था ll एवं जिला सिंगरौली मप्र से टीम पहुंची हुई थी ll जहा बहुत ही अच्छा कार्यक्रम हुआ था ll उस कार्यक्रम मे बिहार से अगरिया समाज के स्वजातीय बंधु एवं माताए बहने कार्यक्रम मे. उपस्थित रहे - रामकेवल अगरिया जी, चन्द्रिका अगरिया जी, रामचेला अगरिया, लाल साहब अगरिया जी, हरिलाल अगरिया जी एवं कई स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे ll कार्यक्रम के पश्चात राष्ट्रीय संचालक दशरथ अगरिया जी द्वारा बिहार के स्वजातीय बंधुओ से खास बातचीत किये बैठक हुआ जहा बातचीत के दौरान संगठन के समस्त उद्देश्य को एवं समाज के उत्थान विकास मिलकर कार्य करने एवं अगरिया समाज के अस्तित्व एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए तथा समाज मे शिक्षा, नशा मुक्त जैसे कई उद्देश्य पर चर्चा किये ll एवं बिहार के स्वजातीय बंधुओ का मोबाइल नम्बर लेकर राष्ट्रीय व्हाट्सप्प ग्रुप से जोड़कर चर्चा परिचर्चा किया गया जिससे प्रेरित होकर अभि बीते कुछ दिनों पूर्व लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के तत्वाधान मे छोटे से मीटिंग का आयोजन बिहार मे हुआ उक्त मीटिंग मे अगरिया समाज संगठन भारत के राष्ट्रीय संचालक को मुख्य अतिथि के रूप आमंत्रित कर बड़े मीटिंग का आयोजन करने और संगठन के साथ जुड़कर संगठन के मार्गदर्शन अनुसार कार्य करने एवं बिहार मे अगरिया समाज को संगठित करने एवं समाज मे शिक्षा, नशामुक्ति सभी मुद्दों पर कार्य करने लिए संगठन का प्रारम्भिक मार्गदर्शन लेने पर बात हुआ ll  बिहार मे बड़े मीटिंग के आयोजन हेतु स्वजातीय बंधुओ द्वारा लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन संचालक  जी से मीटिंग रखने हेतु  दिनांक, तिथि, समय निर्धारित कर अवगत कराने एवं बिहार मे उपस्थित होने का आग्रह किया गया हैं ll संगठन संचालक महोदय द्वारा शीघ्र समय तिथि निर्धारित कर बिहार वासियो को अवगत कराने को कहा गया हैं और उपस्थित होकर संगठन के उद्देश्य अनुसार कैसे कार्य करना हैं अवगत कराने को कहा गया हैं ll
तो इस प्रकार संगठन आज बिहार तक अपनी पहुंच बना चुका हैं ll जिससे संगठन का जो उद्देश्य हैं सम्पूर्ण भारत मे जहा जहा अगरिया समाज निवासरत हैं सभी को एक मंच मे लाने का पूर्ण होता हुआ हैं ll
अगरिया समाज संगठन भारत

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