अनूपपुर म.प्र की टीम कोतमा विधायक से मिले संगीत सामग्री एवं अगरिया समाज सामुदायिक भवन की मांग को लेकर ll सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

अनूपपुर म.प्र की टीम कोतमा विधायक से मिले संगीत सामग्री एवं अगरिया समाज सामुदायिक भवन की मांग को लेकर ll

जिला इकाई अनूपपुर मध्यप्रदेश अगरिया समाज लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन के कार्यकर्त्ता आज दिनांक 25/06/2023 को कोतमा विधान सभा के विधायक महोदय माननीय सुनील सराफ जी से उनकर कार्यालय मे जाकर कुछ मांगो को लेकर मुलाक़ात किये ll संगठन लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन मैनेजिंग डायरेक्टर दशरथ अगरिया जी ने अगरिया समाज के मांगो को विधायक महोदय जी को अवगत कराते हुए निवेदन किये की अगरिया जनजाति को आज पहचान दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों एवं सरकार का संरक्षण अत्यंत आवश्यक हैं ll जिससे इस वैज्ञानिक अगरिया समाज को उसका विलुप्त होता हुआ अस्तित्व प्राप्त हो सके ll 
निम्न मांगो को लेकर विधायक महोदय जी से चर्चा हुआ ll
1- अगरिया समाज ब्लॉक इकाई अनूपपुर हेतु संगीत सामग्री जैसे ढोलक, मंजीरा, हारमोनियम, तबला, झाँझ इत्यादि ll
2- अगरिया समाज सामुदायिक भवन ll
 मांगो को पूर्ण करने का निवेदन किया गया ll
उक्त मांगो पर माननीय विधायक महोदय जी ने कहा की अगरिया एक आदिवासी वैज्ञानिक समाज हैं जिनकी संस्कृति आज इस देश समाज एवं राज्य की पहचान हैं आज जिनके शैला नृत्य,फाग एवं आदिवासी सामाजिक पारम्परिक गीत आज हमारे देश समाज के धरोहर हैं जिनको संरक्षित करना हमारा बल्कि सभी का कर्तव्य भी हैं ll अतः 2-4 दिनों के अंदर संगीत सामग्री जैसे ढोलक, हारमोनियम, मंजीरा इत्यादि सामग्री अगरिया समाज को प्रदान किया जायगा ll इसके अलावा दूसरे भवन निर्माण की मांग को लेकर माननीय विधायक जी ने कहा यदि अगरिया समाज के किसी भी सामाजिक व्यक्ति की ज़मीन हैं जिसमे भवन निर्माण किया जा सके तो समाज के विकास लिए चर्चा परिचर्चा हेतु 15 लाख का अनुदान दिया जायगा ll और यदि ज़मीन नहीं हैं तो उसके लिए हम जिला अनूपपुर कलेक्टर महोदय जी से चर्चा कर अगरिया समाज के लिए संगठन को सरकारी ज़मीन आवंटित करायेगे जिसमे सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जायगा और ये काम शीघ्र होगा ll उक्त मांगो को शीघ्र पूरा करने को बोले ll अनूपपुर जिले से जिलाध्यक्ष मायाराम अगरिया जिलाध्यक्ष, बाबूलाल अगरिया ब्लॉक अध्यक्ष कोतमा, संजीवन अगरिया कोतमा ब्लॉक उपाध्यक्ष, मंगल अगरिया कार्यकर्त्ता, रामखेलावन अगरिया कार्यकर्त्ता एवं दशरथ अगरिया माननीय विधायक जी से मुलाक़ात किये ll

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