कबीरधाम छत्तीसगढ़ मे बैठक हुआ अगरिया समाज का llराष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 का प्रचार प्रसार किया गया सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

कबीरधाम छत्तीसगढ़ मे बैठक हुआ अगरिया समाज का llराष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 का प्रचार प्रसार किया गया

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन राष्ट्रीय महासम्मेलन 2023 को लेकर कबीरधाम छत्तीसगढ़ मे बैठक हुआ ll बैठक दिनांक 09/09/2023 को जिला कबीरधाम छ.ग.के पंडरिया ब्लॉक के आश्रित ग्राम बिरहोल्डी ग्राम पंचायत बिरहोल्डी में हुआ जिसमें कोर मेम्बर अन्नू अगरिया, जिलाध्यक्ष हरी प्रसाद धुर्वे एवं सदस्य टीकालाल अगरिया, जगत अगरिया,सूरज अगरिया, बजरू अगरिया, छतरू अगरिया, रमेश, दयाल, प्रीतम, भगत राम, रज्जन, छत्रु कुमार, चैतुराम, लखन, सुधारसिंह, बड्डूलाल, दुर्जन, भोभसिंह, गुजराज,इतवारी, तेजलाल, छोटेलाल, महारसिंह,धनीराम,भगवानी, गुलाब, बुद्धू, तीरथ, गोवाल, जगत, धनशु, फागुराम, छंगनू, एवं बिरझू नगर गांव से मनोज अगरिया, अहरू अगरिया, राजू, महेश, भद्दू, धनसिंह, बुधराम, भादू, जोहान, नंदू, शिवप्रसाद एवं कई अगरिया समाज के लोग मीटिंग में शामिल हुए ll बैठक मे राष्ट्रीय महासम्मेलन जो की कोतमा अनूपपुर मप्र मे दिनांक 24/09/2023 को होना हैं अधिक से अधिक सहभागिता करने को लेकर चर्चा हुआ ll जिला से अधिक से अधिक स्वजातीय बंधुओ एवं महिलाओ को कार्यक्रम मे उपस्थित होकर संगठन द्वारा अगरिया समाज के उत्थान विकास के लिए चलाये जा रहे मुहीम से अवगत कराने को चर्चाये हुआ ll संगठन के उद्देश्य पर चर्चा हुआ ll तथा सभी को संगठन से मजबूती से जुड़ने को कहा गया तथा जिम्मेदारी पूर्वक अपने दायित्व का निर्वाहन करने को कहा गया ll जिला समिति निर्माण पर चर्चा हुआ ll सभी को बताया गया की राष्ट्रीय संघ के नियमानुसार जिला समिति का निर्माण किया जाना हैं जहाँ कम से कम 7 सदस्य एवं अधिक से अधिक 21 सदस्य जिला टीम मे रखे जा सकते हैं ll जिला समिति निर्माण कर राष्ट्रीय संघ को सूची भेजा जाना हैं लल्ल बताया गया ll संगठन का उद्देश्य सम्पूर्ण भारत स्तर ओर अगरिया समाज का संगठित समाज का निर्माण किया जाना हैं, अगरिया जनजाति का संरक्षण, समाज से धर्म परिवर्तन पर रोक लगाना, शिक्षा सहयोग, अगरिया अस्तित्व की प्राप्ति जैसे कई राष्ट्रीय संघ के उद्देश्य पर चर्चाये हुई एवं सभा का समापन हुआ ll
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