सीधी म.प्र और कबीरधाम छ.ग मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न 31/03/2024 लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है ll

अगरिया जनजाति मे लोहा का क्या महत्त्व है 👇 अगरिया जनजाति में लोहा का बहुत महत्त्व है, क्योंकि यह जनजाति मूल रूप से लोहा पर काम करते है और कृषक भी है। लोहा उनकी जीवनशैली और अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो अगरिया जनजाति में लोहे के महत्त्व को दर्शाती हैं: 1. लोहारी का काम: अगरिया जनजाति के लोग मुख्य रूप से लोहारी का काम करते हैं, जिसमें वे लोहे को पिघलाकर और आकार देकर विभिन्न वस्तुओं का निर्माण करते हैं। 2. कृषि के लिए लोहे का उपयोग: अगरिया जनजाति के लोग कृषि में भी लोहे का उपयोग करते हैं, जैसे कि हल, कुदाल, और अन्य कृषि उपकरण बनाने में। 3. शस्त्र निर्माण: अगरिया जनजाति के लोग लोहे से शस्त्र भी बनाते हैं, जैसे कि तलवार, भाला, और अन्य हथियार। 4. धार्मिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का धार्मिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। 5. सांस्कृतिक महत्त्व: अगरिया जनजाति में लोहे का सांस्कृतिक महत्त्व भी है, क्योंकि वे लोहे को अपनी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।

सीधी म.प्र और कबीरधाम छ.ग मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम सम्पन्न 31/03/2024 लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन

लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन सम्पूर्ण भारत के अगरिया जनजाति के उत्थान विकास का मंच हैं ll संगठन द्वारा मुहीम चलाया जा रहा हैं की सम्पूर्ण भारत के अगरिया जनजाति समाज के स्वजातीय बंधु एक मंच पर संगठित होकर समाज के उत्थान विकास मे भागीदारी निभाए ll अगरिया जनजाति समाज आर्थिक, शैक्षिक, व्यावसायिक, सामाजिक दृष्टि से बहुत ही पिछड़ा समाज हैं आज के इस आधुनिक युग मे भी इस समाज के लोग ना तो अच्छे शिक्षा मे हैं ना ही नौकरी मे हैं ना ही व्यवसायिक ना ही समाज की स्थिति रहन सहन अच्छा हैं  बल्कि ये अगरिया जनजाति समाज भी विलोपित होता जा रहा था इस समाज की वैज्ञानिक संस्कृति कल्चर भी विलोपित होता जा रहा था ll इन सारे परिस्थिति को ध्यान देते हुए लौह प्रगलक अगरिया जनजाति भारत फाउंडेशन का निर्माण (सम्पूर्ण भारत के अगरिया जनजाति के उत्थान विकास के लिए) जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर कोतमा से हुआ जिसके मैनेजिंग डायरेक्टर दशरथ अगरिया हैं इस फाउंडेशन का उद्देश्य सम्पूर्ण भारत के अगरिया समाज को शिक्षा की दृष्टि से मजबूत बनाना, समाज को दशगात्र सहयोग करना, लोगो को हक अधिकार के प्रति जागरूक करना, विवाह इलाज मे परिवार की मदद करना, शिक्षा के क्षेत्र मे बच्चों प्रोत्साहित करना एवं शिक्षा के क्षेत्र मे बेहतर अंक अर्जित करने पर राष्ट्रीय मंच मे माता पिता बच्चे को पुरुस्कृत करना तथा अगरिया जनजाति संरक्षण एवं  वैज्ञानिक संस्कृति का संरक्षण करना हैं ll 
इन सारे उद्देश्य की पूर्ती के लिए फाउंडेशन द्वारा कई राज्यों के सभी जिलों मे जिला समिति का निर्माण किया गया हैं और इन सभी जिलों मे प्रत्येक वर्ष माह मार्च मे अगरिया समाज जोड़ो अभियान कार्यक्रम चलाया जाता हैं इस कार्यक्रम के तहत अगरिया समाज जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं और फाउंडेशन की गतिविधि जो समाज के उत्थान विकास के लिए चलाये जा रहे हैं जिला वासियो अगरिया जनसमुदाय को अवगत कराया जाता हैं जिसके लिए फाउंडेशन द्वारा एजेंडा और शपथ ग्रहण का प्रारूप जिला के लिए दिया जाता हैं तथा एजेंडा वाचन एवं शपथ ग्रहण के लियर अन्य जिला से नोडल कार्यकर्त्ता अधिकारी की नियुक्ति भी किया जाता हैं ll ये कार्यक्रम सम्पूर्ण भारत अंतर्गत फाउंडेशन से जुड़े सभी जिलों मे बड़े धूम धाम से मनाया जाता हैं ll 
इसी उद्देश्य की पूर्ती के लिए दिनांक 31/03/2024 को मध्यप्रदेश का एक जिला सीधी एवं छत्तीसगढ़ का एक जिला कबीरधाम मे कार्यक्रम का आयोजन किया गया ll जहाँ जिला सीधी के लिए नियुक्त नोडल श्री रामसरोवर अगरिया, गनपत अगरिया, प्रेमकुमार अगरिया, सियाराम अगरिया शहडोल म.प्र रहे हैं एवं जिला कबीरधाम के लिए नियुक्त नोडल श्री सुकुल नागवंशी, जगेराम अगरिया, इतवार अगरिया कोरिया रहे हैं ll माननीय नियुक्त नोडल द्वारा अपने जिले से लगभग 300-400 किलोमीटर दूर जाकर जिलों मे अपनी उपस्थित मे कार्यक्रम के सम्पन्न कराये ll कार्यक्रम आयोजक मे सीधी जिलाध्यक्ष श्री सुखलाल अगरिया जी तथा सम्पूर्ण जिला सीधी रहा एवं कबीरधाम मे कोर सदस्य श्री अन्नू अगरिया एवं पूरी जिला कबीर धाम कार्यकर्त्ता रहे हैं ll माननीय नोडल महोदय द्वारा निम्न बिन्दुओ पर प्रकाश डाला गया ll
1- सभी संगठन से जुड़े एवं जुड़कर समाज के उत्थान विकास मे भागीदारी निभाए जिससे समाज संगठित हो और समाज का विकास हो सके ll
2- समाज को नशा मुक्त समाज बनाने के लिए मुहीम चलाना समाज मे नशा पान का लेनदेन बंद करना जिससे बच्चों मे अच्छा प्रभाव पड़े और समाज नशा मुक्त हो सके ll तथा नशे के लेन देन पर समाज पर क्या दुशप्रभाव पड़ रहा हैं जानकारी दिए ll 
3- अगरिया जनजाति के संरक्षण एवं संस्कृति का संरक्षण करने पर जोर दिए ll अगरिया जनजाति की संस्कृति लौह अयस्क पत्थर से लोहा बनाने की संस्कृति को जीवित रखने पर ll
4- समाज मे शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए किसी भी सामाजिक बैठक कार्यक्रम मे शिक्षा पर जोर देने पर बात हुई ll तथा बच्चों को शिक्षा के लिए  जैसे फीस कॉपी बस्ता पुस्तक हेतु सहयोग करने पर बात हुई ll
5- समाज मे इलाज सहयोग, दशगात्र सहयोग फाउंडेशन द्वारा चलाये जा रहे मुहीम पर चर्चाये किये ll
6- समाज मे धर्म परिवर्तन पर रोक लगाने पर बात हुआ ll धर्म परिवर्तन करने वालो को समाज से बाहर भी करने पर बात हुआ ll
7- उक्त सारे मुहीम को सम्पूर्ण भारत अंतर्गत समाज मे संचालित करने के लिए सभी से प्रतिमाह स्वेच्छानुसार फाउंडेशन को अंशदान करने की बात किया गया ll
इसी प्रकार ऐसे कई उद्देश्य जो फाउंडेशन द्वारा समाज के उत्थान विकास मे चलाये जा रहे हैं सभी से जिला वासियो को अवगत कराया गया ll
और कार्यक्रम के अंत मे सभी स्वजातीय बंधुओ का शपत ग्रहण कराते हुए सभा का समापन किया गया ll
ऐसे समस्त अगरिया समाज के कार्यकर्त्ता जो आज नोडल बनकर जिले जिले मे जाकर समाज के उत्थान विकास मे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहे हैं फाउंडेशन इनके जज्बे को नमन करता हैं ll
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